Sunday, March 14, 2021

Tumeric

 हे महागणाधिपते

      वामटङ्कासीदत्कलत्र

      नमोsस्तु तुभ्यम् 

      श्रीगणेशाय नमः

      सिद्धिपाशहस्ताय

      विघ्नपास्यत्शक्तये

      निवारमोक्यविवेकाय

      ॐ श्रीस्कन्दभ्रात्रे नमः

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥


एकदन्ताय विद्‌महे ।


वक्रतुण्डाय धीमहि ।


तन्नो दन्ती प्रचोदयात् ॥


ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥


ॐ श्री महागणाधिपतये नमः ||


श्री हरिद्रागणपतिः||